दोस्तों अगर आप एकाउंटेंट है या फिर जीएसटी होल्डर या आप किसी कस्टमर का जीएसटी फाइल कर रहे है। तो आपको यह जाना बहुत ही जरूरी है कि हमें कब और कहां कौन-सा रिटर्न्स फाइल करना होता है यानि हमारा कहने का मतलब यह है कि जीएसटी जब हम रिटर्न्स फाइल करते है तो उसमे बहुत सारे ऑप्शन होते है तो हमे ये नहीं मालूम नहीं होता की रिटर्न्स फाइल करते समय कौन-सी चीज कंहा दिखाना है.
आज मैं इस आर्टिकल में यह बताऊंगा कि कब और कैसे gstr file करते है तो चलिए जानते हैं पूरा proccess…
जीएसटी फॉर्म जानने से पहले हमें यह जानना बहुत ही जरूरी है कि अगर हमारे पास जीएसटी नंबर है तो वह कौन-सा नंबर है. जैसा कि अगर आप पहली बार जीएसटी नंबर लेते है या फिर किसी कस्टमर का रिटर्न फाइल करते है तो हमें यह मालूम नहीं पड़ता कि यह कंपोजिशन में या नोर्मल में है तो हमें यह जानना है कि सबसे पहले बहुत ही जरूरी है कि जीएसटी किस फॉर्म में है तब हम रिटर्न सही से फाइल कर सकते है.
जीएसटी नंबर कम्पोजिशन या फिर नोर्मल
कम्पोज़िशन- कम्पोजिशन स्कीम लेना हो तो कुछ चीजें आपके पास होना बहुत जरुरी है
- अगर आप manufacturing करते है या फिर small trading company चलाते है
- अगर आप का टर्नओवर 1.5 करोड़ से नीचे है
- आप इसमें इंटरस्टेड सेल नहीं कर सकते मतलब अपने राज्य से दूसरे राज्य में साल नहीं कर सकते है
- आप केवल purchase कर सकते है
अगर ये सारी चीजें आपके पास हैं तो आप कम्पोजिशन जीएसटी नंबर ले सकते है. अगर आपका टर्नओवर 50 लाख से कम तब भी आप जीएसटी नंबर ले सकते है. मतलब इसमें services provider, trader , manufacturing ये तीनों आ गया. जिनके लिए टर्नओवर लिमिट है और दूसरी चीज वो services अलग राज्य में नहीं दे सकते है.
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Composition
Composition का केवल gstr 4 फाइल कर सकते है वो भी quartly मतलब 3 महीने में एक बार फाइल करना होता है और इसमें कुछ खास balance sheet का काम नहीं होता.
साल में एक बार annual return 9A जायेगा. मतलब आप को पूरे साल में 5 रिटर्न करना पड़ेगा बस 4 बार gstr 4 और एक बार 9A . उसमे कुछ और चीजे है जैसे अगर आप ये जीएसटी नंबर लिए है तो आप किसी टैक्स ले नहीं सकते है.
नोर्मल जीएसटी यूजर के बारे में
इसमें ऐसा होता है आप कहीं भी सेल कर सकते है और purchase भी और आप टैक्स ले सकते है और आप दे भी सकते है. आप को जीएसटीआर फाइल date by date आप को फाइल करना पड़ेगा. अगर आप का कोई भी सेल या purchase नही है तो फिर भी आप को हर महीने फाइल रिटर्न करना पड़ेगा.
उसमे बिल डिटेल से दिखाना पड़ता है इसमें आप को Gstr1 और gstr3b फाइल करना पड़ता है. जिसमे gstr 1 केवल सेल का है जिसका टर्नओवर 1.5 करोड़ से जदा हो वो हर महीने gstr 1 फाइल करना होगा. अगर नहीं है तो quaterly होगा. आपको gstr 1 और gstr 3b file करना पड़ेगा
Gstr कितने प्रकार की होती है?
Gstr 8 प्रकार की होता है और ये अलग अलग फॉर्म में अलग अलग तरीके से यूज करते है. जो नीचे मेंशन की गई हैं…
1. GSTR -1
2.GSTR-2A
3.GSTR-3B
4.GSTR-4
5.GSTR-5
6.GSTR-6
7.GSTR-9
8.GSTR-9A
इसकी सारी जानकारी मैं अपने next आर्टिकल में बताऊंगा. यकीं है यह आर्टिकल आपको अच्छा लगेगा. अगर आप लोगों को कुछ पूछना या जानकारी लेना हो तो कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते है.